नहीं रहे मशहूर रंगकर्मी आलोक चटर्जी
रंगकर्म के दिग्गज कलाकार आलोक चटर्जी अब हमारे बीच नहीं रहे। उनकी अद्भुत कला, रंगकर्मी के तौर पर बनी अमिट छवि ही हमारे बीच रह गई है।
 
                                     
रंगकर्म के दिग्गज कलाकार आलोक चटर्जी अब हमारे बीच नहीं रहे। उनकी अद्भुत कला, रंगकर्मी के तौर पर बनी अमिट छवि ही हमारे बीच रह गई है। सोमवार की रात उनका निधन हुआ। भोपाल के निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। 
आलोक चटर्जी का जबलपुर से गहरा नाता है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा दमोह से हुई। जिसके बाद उनके पिता का जबलपुर ट्रांसफर हुआ और उन्होंने सेंट थॉमस स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की। उनके पिता चाहते थे कि आलोक डॉक्टर बनें। इनके बड़े भाई इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे। वहीं आलोक चटर्जी ने मेडिकल फील्ड में जाने की तैयारी की और वहां दाखिला भी ले लिया, लेकिन वे अभिनय करना चाहते थे।
जिसके कारण उन्होंने शुरूआती दिनों में ही मेडिकल कॉलेज को छोड़ दिया और अभिनय को चुना। इसके साथ ही उन्होंने साइंस कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई भी की। यहीं पर उन्हें विवेचना के अरुण पाण्डेय का साथ मिला और धीरे-धीरे भी अभिनय में अपनी पहचान स्थापित करने लगे।
संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड से हुए थे सम्मानित
आलोक चटर्जी का योगदान भारतीय रंगमंच के इतिहास में अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। उनके अभिनय के प्रति समर्पण और क्षमता को रंगमंच की दुनिया ने हमेशा सराहा। उन्होंने कई प्रमुख नाटकों में अपनी अभिनय कला का प्रदर्शन किया और दर्शकों के बीच एक विशेष पहचान बनाई। उनके इस योगदान के लिए उन्हें संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
इरफान खान से थी गहरी दोस्ती
हिंदी सिनेमा के मशहूर अभिनेता इरफान खान के साथ भी आलोक चटर्जी की गहरी दोस्ती थी। दोनों ने 1984 से 1987 तक नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एक साथ पढ़ाई की और तीन साल तक नाटकों में मुख्य भूमिका निभाई।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

 
                                                                                                                                             
                                                                                                                                             
                                                                                                                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                            