आय से 175 फीसदी अधिक निकली चेतन पाटिल की संपत्ति, निगमायुक्त ने किया बर्खास्त

नगर निगम में पदस्थ सहायक उद्यान अधिकारी चेतन पाटिल के घर और दफ्तर पर EOW ने छापेमारी की थी। उनकी शुरूआती जांच में ही उन्हें दोषी पाया गया।

Jun 19, 2025 - 17:17
 7
आय से 175 फीसदी अधिक निकली चेतन पाटिल की संपत्ति, निगमायुक्त ने किया बर्खास्त
Chetan Patil's property found to be 175 percent more than his income Municipal Commissioner sacked him

 
नगर निगम में पदस्थ सहायक उद्यान अधिकारी चेतन पाटिल के घर और दफ्तर पर EOW ने छापेमारी की थी। उनकी शुरूआती जांच में ही उन्हें दोषी पाया गया। आय से कई गुना अधिक संपत्ति मामले में लगातार शिकायतें मिलने के बाद चेतन पाटिल की जांच की गई। अब उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया गया है। निगमायुक्त शिवम वर्मा ने उन पर कार्यवाही की। चेतन पाटिल पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का गलत इस्तेमाल कर इतनी अधिक संपत्ति जुटाई है। नगर निगम की छवि पर इसका खास असर पड़ा है। 

एनआरआई सम्मेलन के दौरान किया भ्रष्टाचार 


चेतन पाटिल ने एनआरआई सम्मेलन के दौरान पेड़-पौधों और गमलों की खरीदी में गोलमाल किया था। जिसकी शिकायत विभाग में की गई थी। जांच के दौरान उनका भ्रष्टाचार उजागर हुआ और लगभग 2 करोड़ रुपए की खरीद दिखाकर वित्तीय अनियमितताएं की गईं। कोर्ट के सर्च वारंट के बाद EOW ने पाटिल के गुलमोहर ग्रीन कॉलोनी स्थित निवास और उद्यान विभाग में छापा मारा। इस दौरान विभाग की पांच फाइलें जब्त की गईं और अन्य दस्तावेजों को भी जांच के दायरे में लिया गया। 

सैलरी 30 हजार, संपत्ति करोड़ों में 


चेतन पाटिल नगर निगम में 2004 में मस्टरकर्मी के रूप में भर्ती हुए थे। उसकी सैलरी लगभग 30 हजार रुपए हैं। जब संपत्ति की जांच की गई तो कुल वैध आय लगभघ 15 लाख रुपए निकली, लेकिन चेतन पाटिल की काली कमाई पर जब नजर डाली तो उसके पास करोड़ों की संपत्ति मिली। जो उनकी आय से 175 फीसदी अधिक है। पाटिल ने अधिकारियों और नेताओं से नजदीकियां बढ़ाकर खुद को उच्च पद तक पहुंचाया और भ्रष्टाचार से आय को बढ़ाता चला गया। चेतन पाटिल के खिलाफ भष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। EOW की जांच अभी भी जारी है। अब निजी कंपनियों और अन्य निगम अधिकारियों की भूमिका की भी जांच कर रही है, इसमें अन्य लोगों के शामिल होने की भी संभावना जताई जा रही है। 

जांच में सामने आई संपत्ति इस प्रकार है 


भानगढ़ गुलमोहर ग्रीन कॉलोनी में प्लॉट नंबर 14 और 110 की कुल कीमत 28.60 लाख रुपये आंकी गई है। प्लॉट नंबर 14 पर बने G+2 मंजिला भवन का मूल्य 42 लाख रुपये है, जबकि प्लॉट नंबर 103 पर हुए निर्माण में लगभग 11.60 लाख रुपये खर्च हुए हैं। इसके अलावा एक स्कूटी की कीमत 52 हजार रुपये बताई गई है। सूरज की मां शोभाबाई के बैंक खाते में 40.33 लाख रुपये जमा हैं। लगभग 10 लाख रुपये के सोने के आभूषण मिले हैं, और इन्वेंट्री के अनुसार अन्य खर्चों का आंकलन 13 लाख रुपये किया गया है। घर में मौजूद नकद राशि 1.14 लाख रुपये है। इसके अतिरिक्त 17 बीमा पॉलिसियों की कुल राशि 25 लाख रुपये है। इस तरह अब तक सामने आई अघोषित संपत्ति का अनुमानित कुल मूल्य 1.72 करोड़ रुपये से अधिक है।