भारत में भी दिखा कोविड-19 का कहर, जानिए किन शहरों से सामने आए मामले
एक बार फिर कोविड-19 के मामलों ने लोगों को हैरान कर दिया है। कई समय से कोविड को लेकर खबरे सामने आ रही है। भारत में फिलहाल 257 एक्टिव केस है।

एक बार फिर कोविड-19 के मामलों ने लोगों को हैरान कर दिया है। कई समय से कोविड को लेकर खबरे सामने आ रही है। पहले तो यहाँ मामले महज विदेशों में देखने को मिले थे, लेकिन अब नई जानकारी के अनुसार भारत में भी इसके मामले देखे जा रहे है। मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर के कोविड-19 डैशबोर्ड के मुताबिक, भारत में फिलहाल 257 एक्टिव केस है। जिसमें महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु और गुजरात जैसे राज्यों शामिल है। इन शहरों में एक बार फिर कोविड के नए मामले देखने को मिले है।
एशिया के कई हिस्सों में कोविड-19 के मामले-
जानकारी के अनुसार, एशिया के कई हिस्सों में कोविड-19 मामलों में तेजी देखी जा रही है। हांगकांग में स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, कोविड फिलहाल काफी एक्टिव है और टेस्टिंग का स्तर भी पिछले साल के आकड़ो तक पहुंच ही गया है। इस साल मई के पहले तीन दिनों में ही वहां 31 गंभीर मामले दर्ज किए गए हैं।
ऐसा माना जाता है कि इस महामारी की शुरुआत चीन से हुई है, अब वहां भी कोविड पॉजिटिविटी रेट तेजी से बढ़ा है। यह आकड़ा 31 मार्च को 7.5% से बढ़कर 4 मई तक यह 16.2% हो गया है। साथ ही, अस्पतालों में भर्ती होने वालों की संख्या में भी तेजी देखी जा रही है।
सिंगापुर में भी चिंताजनक स्थिति है, जहां कोविड मामलों के कारण अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या में 28% की बढ़ोतरी हुई है, जो पिछले सप्ताह 11,100 से बढ़कर 14,200 तक पहुंच गई है।
भारत में कोविड-19 की स्थिति-
भारत में फिलहाल कोविड-19 की स्थिति बाकी देशों के मुताबिक नियंत्रण में है। कुछ राज्यों में मामूली बढ़ोतरी देखी गई है। केरल में 20 मई तक सबसे ज्यादा 69 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद महाराष्ट्र में लगभग 50 मामले दर्ज किए गए हैं। तमिलनाडु, सिक्किम और गुजरात समेत कुछ अन्य राज्यों में भी नए केस सामने आई है।
गर्मी में नई लहार की संभावना कम-
विशेषज्ञों की माने तो गर्मी के मौसम में कोविड की नई लहर की संभावना काफी कम है, क्योंकि इस मौसम में सांस लेने से संबंधी बीमारियाँ आमतौर पर कम होती हैं। डॉक्टरों के अनुसार, मामलों में वृद्धि का एक कारण यह भी है कि कई लोगों ने वैक्सीन लेने के बाद बूस्टर डोज नहीं ली, जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई है।
नया वैरिएंट के लक्षण-
-कोविड-19 के मामलों में तेजी का मुख्य कारण JN.1 नामक वेरिएंट को बताया जा रहा है, जो ओमिक्रॉन परिवार से जुड़ा है। यह BA.2.86 वैरिएंट (जिसे 'पिरोला' भी कहा जाता है) से संबंधित है। JN.1 में एक खास म्यूटेशन स्पाइक प्रोटीन में है, जो इसे प्रतिरक्षा प्रणाली को चकमा देने में सक्षम बना सकता है।
-इस BA.2.86 वेरिएंट की पहचान पहली बार अगस्त 2023 में हुई थी और दिसंबर 2023 में WHO ने इसे "वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट" की कैटेगरी में रखा था। इसमें लगभग 30 म्यूटेशन हैं, जो इसे शरीर की इम्यून सिस्टम को बायपास करने और अधिक संक्रामक बनने की क्षमता देते हैं।
-इसके लक्षणों में बहती नाक, जुकाम, बुखार और फ्लू जैसे सामान्य संकेत शामिल हैं। कुछ मामलों में स्वाद और स्मेल की कमी, पेट खराब होना और दस्त जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। कई लोग बिना किसी लक्षण के भी संक्रमित हो सकते हैं।
जानिए कैसे किया जा सकता है बचाव-
कोविड से बचाव के लिए सबसे असरदार तरीका है वैक्सीनेशन। बूस्टर शॉट समेत सभी डोज लेना गंभीर बीमारी, अस्पताल में भर्ती और मृत्यु के खतरे को कम करता है।
सावधानी के अन्य उपायों में भीड़-भाड़ वाले इलाकों में अच्छी तरह फिट होने वाला मास्क पहनना, हाथों की नियमित सफाई और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना शामिल है। यह सब मिलकर संक्रमण के फैलाव को रोकने में मदद करता है।