सोने की बढ़ती कीमतों से हर कोई हैरान- जानिए 100 साल पहले कितना सस्ता था सोना
देशभर में सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। सोने के दाम इतने बढ़ गए है कि 10 ग्राम सोने की कीमत एक लाख रुपये के पार पहुंच गया है।

चलिए आपको बताते हैं कि आज से100 साल पहले सोने की क्या कीमत थी-
100 साल पहले क्या थी सोने की कीमत-
आज जहां सोने के दाम आसमान छू रहे हैं, वहीं 100 साल पहले यानी साल 1925 में सोना बेहद सस्ता हुआ करता था। अगर आपने 1925 में महज 10 ग्राम 24 कैरेट सोना भी खरीदा होता, तो आज आप लखपति नहीं, करोड़पति होते। उस दौर में सोने की कीमत इतनी कम थी कि आज के मुकाबले कल्पना करना भी मुश्किल है।
महज 18 रुपये में 10 ग्राम सोना-
1925 में 10 ग्राम सोने की कीमत सिर्फ 18 से 20 रुपये के बीच थी। आज यही सोना 1 लाख रुपये के करीब बिक रहा है। यानी बीते 100 सालों में सोने की कीमत कई गुना तक बढ़ गई है। आज 18 रुपये में मुश्किल से एक किलो टमाटर आता है, जबकि 1925 में उतने में 10 ग्राम सोना खरीदा जा सकता था।
इतना महंगा क्यों हुआ सोने-
अगर आप आज 10 ग्राम 24 कैरेट सोना खरीदने जाएं तो इसकी कीमत लगभग ₹1 लाख तक पहुंचेगी। वहीं, 22 कैरेट सोने के लिए करीब ₹92,000 और 18 कैरेट के लिए ₹75,000 तक चुकाने पड़ सकते हैं। बीते सिर्फ चार महीनों में ही सोने की कीमत में ₹26,000 से अधिक की बढ़ोतरी देखी गई है।
आज के दौर में सोना केवल आभूषण के रूप में नहीं देखा जाता, बल्कि यह एक सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश विकल्प भी बन चुका है। जब वैश्विक स्तर पर तनाव या आर्थिक अस्थिरता बढ़ती है, तो इसकी सीधी प्रतिक्रिया सोने की मांग और कीमतों में देखने को मिलती है। यही वजह है कि निवेशकों के बीच सोने को 'सेफ हेवन' यानी संकट के समय का सुरक्षित ठिकाना माना जाता है।
पांच साल में दामों में काफी उछाल-
पिछले कुछ वर्षों में सोने की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला है, लेकिन कुल मिलाकर इसमें तेज़ी का रुख बना रहा। खास तौर पर पिछले पांच सालों की बात करें तो सोने की कीमत में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
साल 2024 में 24 कैरेट सोने की प्रति तोला कीमत ₹78,845 थी, जबकि 2023 में यह ₹63,203 थी। 2022 में यह घटकर ₹55,017 थी और 2021 में प्रति तोला सोना ₹48,099 के करीब था।
अगर साल 2020 से तुलना की जाए, जब 10 ग्राम सोने का भाव लगभग ₹50,151 था, तो अप्रैल 2025 में यह आंकड़ा ₹1 लाख के पार पहुंच चुका है। यानी सिर्फ पांच वर्षों में सोने की कीमत लगभग दोगुनी हो गई है।
अगर बीते दस वर्षों का रुख देखा जाए, तो सोने की कीमतों में चार गुना से अधिक की बढ़ोतरी देखी गई है। 2015 में जहां 10 ग्राम सोना ₹26,343 में मिलता था, वहीं 2025 तक यह बढ़कर ₹1,00,000 तक पहुंच चुका है। इस दौरान साल-दर-साल कीमतों में यह बढ़ोतरी इस प्रकार रही:
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2016: 28,623
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2017: 29,000
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2018: 31,000
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2019: 35,000
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2020: 48,651
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2021: 50,000
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2022: 56,100
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2023: 61,100
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2024: 76,160
यह रुझान दर्शाता है कि सोना न केवल एक पारंपरिक आभूषण विकल्प रहा है, बल्कि एक मजबूत निवेश साधन के रूप में भी उभरा है।
गौरतलब है कि इस वर्ष 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया है, जो सोना खरीदने के लिए बेहद शुभ माना जाता है। ऐसे अवसरों पर सोने की मांग में परंपरागत रूप से तेज़ी आती है। यही वजह है कि विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी दिनों में सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी देखी जा सकती है।