पाकिस्तान ने अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर को बनाया था निशाना 

पाकिस्तान ने अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर को निशाना बनाने के लिए मिसाइलें और ड्रोन दागे थे, लेकिन भारतीय रक्षा प्रणालियों ने इन्हें नष्ट कर दिया।

May 19, 2025 - 14:53
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पाकिस्तान ने अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर को बनाया था निशाना 
Pakistan had targeted the Golden Temple located in Amritsar
  • भारतीय रक्षा प्रणालियों ने ध्वस्त किये सारे वार,
  • आकाश मिसाइल का बड़ा योगदान 

पाकिस्तान ने अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर को निशाना बनाने के लिए मिसाइलें और ड्रोन दागे थे, लेकिन भारतीय रक्षा प्रणालियों ने इन्हें नष्ट कर दिया। इस पर भारतीय सेना ने एक डेमो भी जारी किया, जिसमें पंजाब में मार गिराए गए पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों के मलबे को दिखाया गया।

सेना के डेमो में क्या था?

भारतीय सेना ने सोमवार को एक डेमो दिखाया, जिसमें यह बताया गया कि कैसे भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने स्वर्ण मंदिर और पंजाब के अन्य शहरों को पाकिस्तानी मिसाइलों और ड्रोन हमलों से बचाया। 15 इन्फैंट्री डिवीजन के GOC मेजर जनरल कार्तिक सी शेषाद्री ने कहा कि पाकिस्तान ने 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादी हमले करवाए थे, जिसके बाद पूरे देश ने भारतीय नेतृत्व के तहत ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय सेना ने केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया और कोई अन्य नुकसान नहीं पहुंचाया।

पाकिस्तानी हमले का उद्देश्य

7 मई को भारतीय सेना को जानकारी मिली कि पाकिस्तान धार्मिक स्थलों को निशाना बनाएगा, और स्वर्ण मंदिर विशेष रूप से हमले का लक्ष्य था। सेना ने इस जानकारी के आधार पर अतिरिक्त वायु रक्षा प्रणालियां तैनात की और स्वर्ण मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित की। पाकिस्तान की ओर से दागी गई मिसाइलों और ड्रोन को भारतीय रक्षा प्रणालियों ने सटीक रूप से नष्ट कर दिया।

भारतीय सेना की प्रतिक्रिया

सेना के मेजर जनरल कार्तिक ने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान ने आतंकवादियों का सहारा लिया तो उसका विनाश निश्चित होगा। ऑपरेशन सिंदूर स्थगित नहीं हुआ है, और भारतीय सेना आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाते हुए अपने मिशन को जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को कभी सफल नहीं होने देगी।

मिसाइलों का मलबा और सुरक्षा की तैयारियां-

सेना ने मलबे में पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों के अवशेषों को बरामद किया है। इसके अलावा, भारतीय सेना ने पाकिस्तान द्वारा किए गए किसी भी हमले का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार रहने की बात कही। भारतीय सैनिकों ने स्पष्ट किया कि वे ड्रोन हमलों, हवाई हमलों और अन्य खतरों से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क हैं।

'आकाश' मिसाइल प्रणाली की भूमिका

भारतीय रक्षा प्रणाली में 'आकाश' मिसाइल प्रणाली का महत्वपूर्ण योगदान है, जो पाकिस्तान की मिसाइलों और ड्रोन को प्रभावी ढंग से नष्ट करने में सक्षम है। यह एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है, जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने तैयार किया है। यह प्रणाली 18,000 मीटर की ऊंचाई तक 45 किलोमीटर तक के लक्ष्य को नष्ट करने की क्षमता रखती है। 'आकाश' को ट्रक या टैंक के जरिए कहीं भी तैनात किया जा सकता है और इसका एडवांस वर्जन 'आकाश-NG' 70 से 80 किलोमीटर तक मार कर सकता है।

क्या है 'आकाश' की विशेषताएँ-

रेंज: 45 किलोमीटर

गति: मैक 2.5

वॉर हेड: 60 किलोग्राम प्री-फ्रैगमेंटेड हाई एक्सप्लोसिव

लॉन्च प्लेटफॉर्म: T-72 या BMP-2 चेसिस या हैवी मोबिलिटी ट्रक

एक बैटरी: 64 लक्ष्यों को ट्रैक कर सकती है और 12 पर हमला कर सकती है

यह प्रणाली भारतीय सेना को पाकिस्तान की हमलावर गतिविधियों से बचाने के लिए एक प्रभावी रक्षा कवच प्रदान करती है।