इंदौर के युवा इंजीनियरों ने तैयार किया हाई-टेक ड्रोन, सीमावर्ती इलाकों पर कर रहे निगरानी
इंदौर से बड़ी संख्या में अत्याधुनिक ड्रोन सीमा पर भेजे गए हैं, जो पाकिस्तान की चुनौतियों का सटीक जवाब देने में सक्षम हैं।

इंदौर के युवा इंजीनियरों द्वारा विकसित हाई-टेक ड्रोन इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं। ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। भारत हर मोर्चे पर मुंहतोड़ जवाब दे रहा है और पाकिस्तान को उसकी हर हरकत का करारा जवाब मिल रहा है। जब पाकिस्तान के लड़ाकू विमान भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे, तब सीमा पर तैनात भारतीय मिसाइल सिस्टम ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया। इसी दौरान इंदौर से बड़ी संख्या में अत्याधुनिक ड्रोन सीमा पर भेजे गए हैं, जो पाकिस्तान की चुनौतियों का सटीक जवाब देने में सक्षम हैं।
दरअसल, भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान इंदौर में बनाए गए ड्रोन पहले से ही सेना द्वारा उपयोग में लाए जा रहे हैं। यहां दो युवा इंजीनियरों की एक टीम बिना रुके दिन-रात ड्रोन निर्माण में जुटी है। 1971 के युद्ध के 54 साल बाद देश में फिर से ऐसे हालात बने हैं, जहां अत्याधुनिक तकनीक का व्यापक स्तर पर उपयोग हो रहा है। डिफेंस सिस्टम से लेकर ड्रोन तक, हर संसाधन को पूरी क्षमता के साथ इस्तेमाल किया जा रहा है। इस मुश्किल घड़ी में इंदौर के युवा भी देश की रक्षा में हरसंभव योगदान दे रहे हैं।
ड्रोन की विशेषताएं:
अभिषेक शर्मा और रोशनी शुक्ला के नेतृत्व में तैयार की गई टीम ने ‘नभ रक्षक 1.0’ और ‘नभ रक्षक 2.0’ जैसे थर्मल ड्रोन तैयार किए हैं। इनकी सबसे बड़ी ताकत यह है कि ये ड्रोन एक हजार फीट की ऊंचाई से, गहरे अंधेरे में भी दुश्मनों को पहचान सकते हैं। ये 5 किलो तक वजन उठाकर, 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से, 10 किलोमीटर तक की दूरी आसानी से तय कर सकते हैं।
इन ड्रोन की सबसे खास बात यह है कि ये रडार की पकड़ में नहीं आते, जिससे दुश्मन की निगाहों से बचकर गुप्त निगरानी करना संभव हो जाता है। भारतीय सेना इनका उपयोग जम्मू-कश्मीर और पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में निगरानी के लिए कर रही है। ड्रोन बनाने वाली युवा इंजीनियरों की टीम का कहना है कि वे लगातार अपने डिजाइन और तकनीक को बेहतर बना रहे हैं ताकि सेना को और भी अधिक सक्षम ड्रोन मिल सकें। उनका दृढ़ संकल्प है कि देश की सुरक्षा के लिए वे हर संभव योगदान देने को तैयार हैं।