भोपाल के रिटायर डीएसपी भी हुए साइबर ठगी का शिकार

भोपाल में एक सेवानिवृत्त डीएसपी साइबर ठगी का शिकार हो गए। ठगों ने पेंशन से जुड़ी जानकारी देने के बहाने उनसे 45 हजार रुपये हड़प लिए।

May 19, 2025 - 13:17
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भोपाल के रिटायर डीएसपी भी हुए साइबर ठगी का शिकार
Bhopal's retired DSP also became a victim of cyber fraud


भोपाल में एक सेवानिवृत्त डीएसपी साइबर ठगी का शिकार हो गए। ठगों ने पेंशन से जुड़ी जानकारी देने के बहाने उनसे 45 हजार रुपये हड़प लिए। हालांकि, डीएसपी ने तुरंत सूझबूझ दिखाते हुए साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने फुर्ती से कार्रवाई करते हुए इस रकम को ब्लॉक करवा दिया। यह घटना इस बात का उदाहरण है कि यदि समय रहते सतर्कता बरती जाए और तुरंत शिकायत की जाए, तो साइबर अपराध से बचाव संभव है।

एल. विश्वैरेया, जो डीएसपी के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं, भोपाल की मिनाल रेसीडेंसी में अपने परिवार के साथ रहते हैं। हाल ही में उन्हें एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सऐप पर एक मैसेज मिला, जिसमें पेंशन से जुड़ी जानकारी देने के नाम पर एक लिंक भेजा गया था। जैसे ही उन्होंने उस लिंक पर क्लिक किया, उनके बैंक खाते से 45 हजार रुपये कट गए।

ठग का बैंक खाता हुआ फ्रीज


रकम कटने की सूचना मिलते ही उन्होंने तुरंत साइबर क्राइम ऑफिस पहुंचकर घटना की जानकारी दी। पुलिस ने फौरन शिकायत दर्ज की और ठग के बैंक खाते को होल्ड करने के निर्देश दिए। त्वरित कार्रवाई के चलते, ठगी के केवल 30 मिनट के भीतर ही बैंक ने खाता फ्रीज कर दिया, जिससे ठग उस रकम को निकाल नहीं पाया।

डीएसपी को मिलेगी राशि वापस


शनिवार को यह मामला कोर्ट में पेश हुआ, जहां न्यायालय ने आदेश दिया कि आरोपी के बैंक खाते से होल्ड हटाकर रकम वापस डीएसपी को दी जाए। अब जल्द ही उन्हें उनका पैसा लौटा दिया जाएगा।

साइबर ठगी से कैसे बचें


यह घटना साइबर अपराधियों की नई चालों को उजागर करती है। वे लोगों को धोखा देने के लिए लगातार नए-नए तरीके अपना रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि हम सतर्क रहें और किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से पहले सोच-समझ लें। यदि किसी के साथ ऑनलाइन ठगी होती है, तो तुरंत पुलिस या साइबर क्राइम सेल को सूचना देना चाहिए। साइबर पुलिस सलाह देती है कि ऑनलाइन लेनदेन करते समय सतर्क रहें, अपनी निजी जानकारी किसी अनजान व्यक्ति के साथ साझा न करें, और किसी भी संदेहास्पद मैसेज या कॉल को गंभीरता से लें।