केदारनाथ जाने से पहले जान ले कैसे है वहा का मौसम 

केदारनाथ और उसके आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों बारिश, घना कोहरा और ठंड ने मौसम को काफी खराब कर दिया है। अचानक ऐसा मौसम श्रद्धालुओं के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है।

May 16, 2025 - 15:23
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केदारनाथ जाने से पहले जान ले कैसे है वहा का मौसम 
Before going to Kedarnath, know what the weather is like there

बारिश, कोहरा और कड़ाके की ठंड बनी श्रद्धालुओं के लिए चुनौती

केदारनाथ और उसके आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों बारिश, घना कोहरा और ठंड ने मौसम को काफी खराब कर दिया है। अचानक ऐसा मौसम श्रद्धालुओं के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है। लगातार बारिश के चलते रास्तों की हालत खराब हो गई है, और यात्रियों को पैदल यात्रा के दौरान काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही ठंडी हवाओं ने भी परेशानी और बढ़ा दी है।

16 मई से 21 मई के बीच बारिश की चेतावनी-

मौसम विभाग ने 16 मई से 21 मई के बीच केदारनाथ और आसपास के क्षेत्रों में बारिश की संभावना जताई है। ऐसे में जो यात्री आने वाले दिनों में यात्रा की योजना बना रहे हैं, उन्हें सलाह दी जा रही है कि मौसम साफ होने के बाद ही केदारनाथ की यात्रा करें।

30 अप्रैल से शुरू हुई चारधाम यात्रा-

उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा इस साल 30 अप्रैल से शुरू हो चुकी है, और रुद्रप्रयाग ज़िले में स्थित केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को खोले गए थे। यात्रा कठिन होने के बावजूद पहले दिन से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। लेकिन भारी बारिश ने यात्रा को काफी चुनौतीपूर्ण बना दिया है। मौसम विभाग के अनुसार 21 मई को केदारनाथ में भारी बारिश हो सकती है और तापमान माइनस 0 डिग्री तक गिरने का अनुमान है।

माइनस 2 डिग्री तक पंहुचा तापमान-

लगातार हो रही बारिश के चलते केदारनाथ में तापमान गिरकर माइनस 2 डिग्री तक पहुँच गया है। इस कारण ठंड काफी बढ़ गई है और कोहरा भी छाया हुआ है, जिससे यात्रा और भी कठिन हो गई है।

समुद्र तल से लगभग 11,500 फीट की ऊँचाई पर केदारनाथ धाम-

केदारनाथ धाम समुद्र तल से लगभग 11,500 फीट की ऊँचाई पर स्थित है और यहां तक पहुँचने के लिए श्रद्धालुओं को करीब 16 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है। हालांकि, कई लोग पिट्ठू, पालकी या घोड़े-खच्चरों की मदद से यात्रा करते हैं, लेकिन भारी बारिश के चलते रास्तों में पानी भर गया है, जिससे रास्ते फिसलन भरे और जोखिम भरे हो गए हैं।